Emergency movie review: इतिहास की झलक या नाटकीय कल्पना?
“एक फैसला… और पूरा देश सन्न रह गया!” 25 जून 1975 की आधी रात, जब पूरा भारत गहरी नींद में था, तब सत्ता के गलियारों में एक ऐसा फरमान जारी हुआ जिसने लोकतंत्र की धड़कन रोक दी। अखबारों की सुर्खियां दबा दी गईं, नेताओं को जेल में डाल दिया गया, और जनता की आवाज़ को…